Tuesday, August 12, 2014

जिनका साथ छोड के चल दिये जालिम

जिनका साथ छोड के चल दिये जालिम
उसी की आस लगाए बैठे है ...
जरूरत थी जब तो न जाने कौन थे हम
जब जरूरत आयी तो हम ही हम है गालिब
-----Infinity

Wednesday, August 6, 2014

नई किताबों की खुशबू आई है कहीं से




नई किताबों की खुशबू आई है कहीं से
लगता है फिर कोई
बच्चा जिल्द चढ़ा रहा है किताबों पर
पेंसिल के छिलको की फूल बना देखा कहीं
नए टिफिन बॉक्स दिखा है घर पर
लगता है फिर एक नहीं पीढ़ी
पढ़ने की कोशिश मे है
स्कूल की घंटियो की आवाज आई कहीं से कानो मे
स्कूल बस दिखा है घर के सामने
लगता है फिर एक बार कोई बच्चा
स्कूल की खोज मे निकला है
दुनिया की रस्मों को निभाने निकला है॥
---------Infinity

Sunday, August 3, 2014

भाई बस राखी के बाड़ेले यही चाहिए कि हर के अवला मे मुझे देखोगे..... भाई वादा करदों राखी पे आज .....























इस राखी हर बहन कहे अपने भाई से की मेरी रक्षा के साथ भाई वादा करो कि किसी अकेली लड़की को गलत नजर से नहीं देखोगे उसकी भी मदद करोगे सुरक्षित घर पाहुचने मे .... मुझे पैसे नहीं चाहिए राखी के बदले मुझे कोई गिफ्ट नहीं चाहिए बस एक वादा चाहिए कि आप किसी कि अस्मत नहीं लूटोगे किसी और कि बहन को बेआबरू नहीं करोगे ॥ भाई बस राखी के बाड़ेले यही चाहिए कि हर के अवला मे मुझे देखोगे..... भाई वादा करदों राखी पे आज .....